तेल की नदी बहा देगी सरसों की ये हाइब्रिड किस्म की खेती, पौधे में नीचे से ऊपर तक भरी होती है फलियां खेती कर किसान हो जाएंगे मालामाल, जाने किस्म।
तेल की नदी बहा देगी सरसों की ये किस्म
आज हम आपको सरसों की एक ऐसी हाइब्रिड किस्म के बारे में बता रहे है जिसकी उपज क्षमता बहुत ज्यादा अधिक होती है। इसकी खेती से बहुत ज्यादा जबरदस्त उत्पादन देखने को मिलता है। इस किस्म की सरसों में काले और चमकदार दाने होते है और इसके बीजों में बहुत ज़्यादा मात्रा में तेल होता है। आप इसकी खेती से बहुत ज्यादा शानदार कमाई कर सकते है। सरसों की इस हाइब्रिड किस्म की डिमांड बाजार में सबसे ज्यादा मात्रा में होती है।
हम बात कर रहे है सरसों की कण 966 हाइब्रिड किस्म की खेती की सरसों की इस किस्म में नीचे से ऊपर तक फलियां लगती है और इसमें पकने के बाद दाने झड़ने की समस्या नहीं होती है तो चलिए जानते है इसकी खेती कैसे की जाती है।
सरसों की कण 966 हाइब्रिड किस्म की खेती
अगर आप सरसों की कण 966 हाइब्रिड किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में जानकारी होना चाहिए जिससे आपको खेती करते समय परेशानी नहीं होगी। सरसों की कण 966 हाइब्रिड किस्म की बुवाई अक्टूबर से नवंबर तक की जा सकती है।
इसकी बुवाई के लिए इस किस्म के बीजों का ही चुनाव करना है। एक एकड़ में इसकी खेती के लिए एक किलोग्राम बीज की जरूरत होती है लाइन से लाइन की दूरी 45 सेंटीमीटर और पौधे से पौधे की दूरी 10 सेंटीमीटर रखनी चाहिए। इसकी खेती में जैविक खाद का इस्तेमाल करना चाहिए। बुवाई के बाद इसकी फसल करीब 125 से 130 दिन में पककर तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप सरसों की कण 966 हाइब्रिड किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलेगी क्योकि इसकी खेती में उत्पादन बहुत ज्यादा अधिक होता है और बीजों से तेल भी बहुत ज्यादा मात्रा में निकलता है। इसके दाने काले और चमकदार होते है। एक एकड़ में सरसों की कण 966 हाइब्रिड किस्म की खेती करने से करीब 3 से 4 लाख रूपए की कमाई हो सकती है। सरसों की खेती करने वाले किसानों के लिए सरसों की ये किस्म बहुत ज्यादा फायदेमंद है।