पशुपालन के लिए पंढरपुरी भैंस है बेहद खास। आज हम आपके भैंस की जी नस्ल के बारे में बताने जा रहे हैं उसका नाम पंढरपुरी भैंस है। इस भैंस का पालन अधिक दूध लिए किया जाता है। इस नस्ल की भैंस का पालन करके पशुपालक की मात्रा में दूध का उत्पादन कर सकते हैं और इसके दूध के जरिए अच्छी कमाई कर सकते हैं।
पंढरपुरी भैंस में कई सारी ऐसी विशेषताए जिसके चलते इसको पशुपालक पालन बहुत ज्यादा पसंद करते हैं। इस भैंस की नस्ल अधिक दूध देने के लिए तो जानी ही जाती है साथ ही इस नस्ल का पालन करके कई फायदे भी होते है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते है।
पंढरपुरी नस्ल का पालन
पंढरपुरी नस्ल का पालन पशुपालको के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है। पंढरपुरी भैस अपने बड़े-बड़े सींगो की वजह से जानी जाती है। इस भैंस का पालन करके पशुपालक हो या किसान ज्यादा मात्रा में दूध का उत्पादन कर सकते हैं। पंढरपुरी नस्ल की भैंस का पालन अधिकतर महाराष्ट्र के सोलापुर, कोल्हापुर और सतारा के साथ सांगली जैसे इलाकों में किया जाता है। इस नस्ल का पालन करके पशुपालक दूध का धंधा करते हैं जिससे वह अच्छी कमाई कर सके।
पंढरपुरी भैस की दूध देने की क्षमता
पंढरपुरी नस्ल का पालन अधिक दूध देने की वजह से भी किया जाता है। पंढरपुरी नस्ल रोजाना लगभग 8 लीटर तक दूध देती है। इस नस्ल की भैस के दूध में लगभग 7 से 8 फैट मिलता है। इस नस्ल की भैंस का दूध बेहद पौष्टिक होता है जिसकी वजह से मार्केट में इसकी खूब ज्यादा डिमांड रहती है। पशुपालक इसके दूध को डेयरी में बेचकर भी अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं। इस भैंस के दूध का सेवन करने से शरीर में कई सारे फायदे आपको देखने को मिलते हैं।
पंढरपुरी नस्ल से कमाई
पंढरपुरी नस्ल की भैंस से कमाई की अगर बात करते हैं तो अगर आप एक भैंस का पालन करते हैं तो आपको इसके चारे और खानपान पर लगभग महीने के 10 से ₹12000 खर्च करने होंगे इसके बाद आपको इस भैंस की नस्ल से लगभग महीने में ₹30000 की कमाई हो जाएगी।