Mp news 2024: सरकार ने सोम डिस्टिलरीज का लाइसेंस किया बैन। बाल मजदूरी करवाने पर लगेगी रोक।

Mp news 2024: सरकार ने सोम डिस्टिलरीज का लाइसेंस किया बैन। बाल मजदूरी करवाने पर लगेगी रोक।

Mp news 2024
Mp news 2024: हेलो दोस्तों मध्य प्रदेश में बाल श्रम को रोकने के लिए सरकार ने 19 जून को रायसेन जिले में स्थित सोम जिला की इकाई से बोल वस्तुओं को बचाने के लिए कंपनी का लाइसेंस रद्द कर दिया है राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मध्य प्रदेश में इस सोम डिस्टिलरीज से 39 लड़कों और 19 लड़कियों को मुक्त कराया था। छापेमारी और बचाव अभियान के बाद सोम डिस्टिलरीज शहरों में बड़ी गिरावट भी देखी गई। हालांकि कंपनी इसके लिए अपने विक्रेता को दोषी ठहराने करने की कोशिश की है।

Mp news 2024 काम के दौरान बच्चों की बिगड़ी हालत

रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मालूम पड़ा है कि 58 बच्चों के हाथ गंभीर रूप से जले हुए और जख्मी पाए गए हैं। यह घाव कठोर रसायनों और शराब के संपर्क में आने से हुए थे। इन बच्चों के लिए काम की परिस्थितियों बेहद खतरनाक और स्वास्थ्य अधिकार थी। जिस कारण उनकी शारीरिक को मानसिक दोनों तरह से गहरा प्रभाव पड़ा है। राष्ट्रीय बाल अधिकारी संरक्षण आयोग ने सभी बच्चों की विस्तृत चिकित्सा जांच करने और घूम हुए बच्चों के मामले में प्रासंगिक कानून के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग उठाई है।

स्थिति गंभीर: बच्चे कर रहे स्कूल बसों में काम

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल ही में दो हिंदू ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की जिसमें बाल श्रम की चिंता जनक स्थिति का खुलासा हुआ है। इस रिपोर्ट में यह बताया है कि बच्चों को अत्यधिक कठिन परिस्थितियों में काम करने के लिए मजबूर किया जाता था। उन्हें मुश्किल से कोई वेतन दिया जाता था, और उनके नियुक्ति उन्हें रोजाना 12 से 14 घंटे स्कूल बसों में काम करवाने के लिए ले जाया करते थे।

बाल श्रम संगठन और बाल श्रम के गंभीरता

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग और एसोसिएशन आफ वॉलंटरी एक्शन जिसे बचपन बचाओ आंदोलन BBA के नाम से जाना जाता है। शनिवार के दिन इन सभी संगठनों ने सोम डिस्टिलरीज पर कार्रवाई करते हुए कहा है, कि जहां यह बच्चे कम कर रहे थे। यह घटना बाल श्रम के गंभीरता को उठाकर करते हैं। भारत में बाल श्रम प्रतिबंधित है। फिर भी यह समस्या हर क्षेत्र में फैली हुई है। बच्चों को उनके बचपन शिक्षा और सुरक्षित जीवन से वंचित किया जाता है। उन्हें कठिन परिस्थितियों में काम करने के लिए मजबूर किया जाता है, और शारीरिक मानसिक रूप से शोषण किया जाता है।

बाल श्रम को लेकर कार्रवाई और जागरूकता

सरकार द्वारा यह प्रयास किया जा रहे थे कि बाल श्रम को किसी भी तरह से रोका जाए। सख्त से सख्त कानून बनाया जाए। इसके अलावा समाज में बाल श्रम के खिलाफ जागरूकता लाए, हमारे समाज के लोगों को यह समझने की आवश्यकता है, कि बच्चों का स्थान स्कूल में है, ना की किन्हीं कठिन कार्यों के लिए सरकार और गैर सरकारी संगठनों को मिलकर काम करना होगा।

ताकि बाल श्रम जैसी समस्या को जड़ से निकाल कर फेंक सके। बच्चों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करें और उन्हें एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण प्रदान करें हमारी प्राथमिकता यह होना चाहिए कि बाल श्रम को खत्म करके सामूहिक प्रयासों के साथ हर बच्चे का भविष्य उज्जवल हो।

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