अगर आपने लहसून को स्टॉक कर के रखा हुआ है | तो यह रिपोर्ट एक बार जरूर से पढ़े

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दोस्तों दो साल से लहसुन का उत्पादन कर रहे किसानों की खुशी का ठिकाना नहीं है. उत्पादन अच्छा होने के साथ-साथ दाम भी अच्छे मिलते हैं। वर्तमान में, एमपी के बाजारों में लहसुन की कीमत 10,000 रुपये से 24,000 रुपये के बीच है। कृषि विभाग ने इस साल रबी सीजन में लहसुन की खेती का रकबा करीब 37,000 हेक्टेयर बढ़ने की उम्मीद जताई है. कुछ बाजार विशेषज्ञों का अनुमान है कि उत्पादन बढ़ने से इस साल लहसुन की औसत कीमत थोड़ी कमजोर हो सकती है. हालाँकि, अन्य लोगों का मानना ​​है कि लहसुन की माँग अच्छी है और आने वाले वर्षों में इसमें वृद्धि जारी रहेगी।

लहसून कैसे आई है तेजी

अक्सर आपने देखा होगा कि इस साल मध्य प्रदेश में लहसुन की कीमत लगभग लगभग 33000 रुपए तक क्विंटल पहुंच गई है पिछले दो वर्षों में अच्छी मांग के कारण किसानों को अच्छे दाम मिले, लेकिन अगर हम दो साल पीछे जाएं तो वर्ष 2020-21 और 2021-22 में कीमतों में भारी गिरावट आई थी। खासकर साल 2021-22 में लहसुन की कीमतों में सबसे ज्यादा गिरावट आई है. इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ था. यही मुख्य कारण था कि किसानों ने लहसुन की खेती छोड़ दी थी इसलिए अगले सीज़न में लहसुन की खेती का क्षेत्र कम हो गया था। लेकिन इस साल हमने लहसुन का अच्छा उत्पादन देखा है और कीमतें भी अच्छी रही हैं. इस बार राजस्थान के हाड़ौती इलाके की मंडियों में लहसुन की कीमत ने 25,000 रुपये प्रति क्विंटल तक की ऊंचाई प्राप्त कर ली है। सभी किसानो को औसत कीमत 12,000 से 16,000 रुपये प्रति क्विंटल के बीच मिली ही है.

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लहसुन का निर्यात हो रहा है बांग्लादेश को

जैसा कि आप जानते हैं कि देश से बांग्लादेश तक लहसुन का निर्यात किया जाता है, लेकिन संयुक्त अरब अमीरात, ईरान आदि देशों से भी लहसुन की मांग रहती है। क्योंकि लहसुन और प्याज का पेस्ट, पाउडर और फ्लेक्स का उत्पादन किया जाता है। विदेशों से चुपचाप आ रहा लहसुन भी गिरावट का बड़ा कारण है।विशेषज्ञों के मुताबिक, जब देश में खपत से ज्यादा विदेशी लहसुन आता है तो इसकी कीमतों में भारी गिरावट आती है। खासतौर पर लहसुन चीन और अफगानिस्तान से आता है। कीमतों पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार ने लहसुन आयात पर 200 फीसदी शुल्क लगा दिया. वर्ष 2022-23 में लहसुन उत्पादक किसानों की उम्मीदें मजबूत हुई हैं। इसी तरह इस साल लहसुन के दाम भी अच्छे रहने की उम्मीद है। इस साल अच्छी क्वालिटी का लहसुन 25,000 रुपये प्रति क्विंटल तक के भाव पर बिका. हालाँकि, औसत कीमत 11,000 रुपये से 20,000 रुपये प्रति क्विंटल के बीच है।

आगे क्या रहेगा हसून के बाजार में

पिछले सप्ताह कुछ स्थानों पर चीन से माल आने की खबर पूरे बाजार में फैल गई। इस कारण किसानों में थोड़ी घबराहट थी और उन्होंने अचानक लहसुन की आवक बढ़ा दी. इसी कारण पिछले सप्ताह कीमतें थोड़ी कम रहीं। बुधवार को नीमच मंदसौर और इंदौर मंडी केंद्रों पर ग्राहकी थोड़ी कमजोर रही। लेकिन कल 9 जुलाई को ग्राहकी अच्छी देखने को मिली है. हालांकि चीनी उत्पादों की आवक को लेकर चिंता है, इसलिए बाजार में तेजी की बजाय स्थिरता बनी रह सकती है।

नोट :- दी गई जानकारी ऑनलाइन और न्यूज़ चैनल से लिए गया आपके नफा नुक्सान के जिमेवार नहीं है

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