किसान साथियों और व्यापारी भाइयों krashinews.org पर हम सरसों, सोयाबीन, बासमती धान, ग्वार आदि की तेजी मंदी रिपोर्ट लेकर आते रहते हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि किस साथियों को हमारी रिपोर्ट का फायदा मिल रहा होगा। हमें यह कहते हुए बेहद हर्ष हो रहा है कि हमारे द्वारा बताई गई जानकारी 99% तक सटीक रहती है।
दोस्तों दिवाली के आसपास हमने सोयाबीन को लेकर रिपोर्ट बनाई थी हमने बताया था कि सोयाबीन के भाव दिवाली के आसपास अपने उच्चतम स्तर पर रहेंगे ठीक ऐसा ही बाजार में देखने को मिला भी था और सोयाबीन के भाव 4600 से लेकर 4700 तक गए थे। लेकिन उसके बाद से ही बाजार में यू टर्न मारा और आज की डेट में सोयाबीन की जबरदस्त पिटाई हो रही है। मंडियों में बढ़िया माल के भाव बमुश्किल 4200-4300 के भाव मिल रहे हैं। मीडियम और लो क्वालिटी माल की हालत तो बेहद खराब है। सोयाबीन की इस भयंकर पिटाई का क्या कारण है और आने वाले समय में सोयाबीन के भाव किस तरफ जा सकते हैं आज की रिपोर्ट में हम इसी मुद्दे पर चर्चा करने वाले हैं। अगर आप सोयाबीन के किसान या व्यापारी है और आपने सोयाबीन को स्टॉक में रखा हुआ है तो आपको यह रिपोर्ट अंत तक देख लेनी चाहिए।
सोयाबीन के उत्पादन में रिकॉर्ड उछाल
सोयाबीन को लेकर दोस्तों अंतरराष्ट्रीय बाजार से कुछ चौंका देने वाली खबरें निकल कर आ रही हैं। विदेशी तेलों को लेकर भी खबरें सामने आ रही हैं। अर्जेंटीना, ब्राजील और अमेरिका से सोयाबीन को लेकर बड़ी खबरें आ रही हैं। तो दोस्तों खबर यह है कि USDA की रिपोर्ट में सोयाबीन के वैश्विक उत्पादन में 323 लाख टन की वृद्धि का अनुमान जताया गया है। दुनिया के तीन सबसे बड़े उत्पादक और निर्यातक देश ब्राजील, अमेरिका और अर्जेंटीना में शानदार पैदावार होने की संभावना व्यक्त की गई है। अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) ने 2023-24 सीजन में सोयाबीन का वैश्विक उत्पादन 3,948.7 लाख टन से बढ़ाकर 4,271.4 लाख टन पहुंचने का अनुमान लगाया है।
अगर केवल ब्राजील की बात करें तो ब्राजील में सोयाबीन का उत्पादन 1,530 लाख टन से बढ़कर 1,690 लाख टन होने का अनुमान है। इसी तरह से अमेरिका में सोयाबीन का उत्पादन 1,132.7 लाख टन से बढ़कर 1,214.2 लाख टन और अर्जेंटीना में 400.8 लाख टन से सुधरकर 520 लाख टन तक पहुंचने की संभावना जताई गई है। दूसरी ओर, सोयाबीन के सबसे प्रमुख आयातक देश चीन के उत्पादन में गिरावट का अनुमान है। चीन का उत्पादन 208.4 लाख टन से घटकर 200.7 लाख टन तक पहुंचने की संभावना है। कुल मिलाकर निष्कर्ष यह है कि सोयाबीन का उत्पादन बढ़ना इसके भाव की पिटाई होने का एक बड़ा कारण है।
सोयाबीन का स्टॉक बढ़ा
यूएसडीए की रिपोर्ट के अनुसार 2024-25 के मार्केटिंग सीजन के दौरान वैश्विक स्तर पर सोयाबीन की कुल उपलब्धता बढ़ेगी। रिपोर्ट में स्टॉक बढ़ने की बात भी कही गई है। सोयाबीन का पिछला स्टॉक 1,011 लाख टन से बढ़कर 1,121.6 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान है। चूंकि मांग से ज्यादा उत्पादन हो रहा है इसलिए माल स्टॉक में जा रहा है और स्टॉक बढ़ रहा है।
भारत में क्या है स्थिति
घरेलू उत्पादन की बात करें तो व्यापारियों के संगठन सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SOPA) द्वारा जारी अनुमान के अनुसार, खरीफ 2024 में देश में सोयाबीन का उत्पादन लगभग 125.82 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष से 6% अधिक है। अक्टूबर-नवंबर 2024-25 में सोयाबीन की आवक में 15% की गिरावट आई है। कीमतें वर्तमान में न्यूनतम समरथन मूल्य (MSP) 4892 से काफी नीचे चल रही हैं।
सरकारी खरीद का कुछ भी सहारा हाजिर बाजार को नहीं मिला है। मंडियों में इस समय सोयाबीन के भाव ₹4,200 प्रति क्विटल के आसपास हैं। भाव ना बढ़ने का एक बड़ा कारण सोया मील का निर्यात घटना है। पिछले साल की समान अवधि की तुलना में सोयामील निर्यात में 37% की गिरावट आई है। सरसों और अन्य तिलहन फसलों के मुकाबले सोयाबीन की ज्यादा पिटाई इसलिए हुई क्योंकि इसका DOC नमस्ते निर्यात घटा है।
मंडियों में क्या मिल रहे हैं टोप भाव
प्लांटों के भाव को देखें तो कल यानी कि शुक्रवार को कीर्ति प्लांट पर सोयाबीन रेट इस प्रकार से रहे सोलापुर ₹4360 (स्थिर), लातूर ₹4340 (स्थिर), नांदेड़ ₹ 4360 (स्थिर), हिंगोली ₹4360 (स्थिर)। मंडियों के भाव को देखें तो दाहोद मंडी ₹ 4000/4200। इंदौर मंडी लक्ष्मीनगर ₹3800/4250 तेज़ी ₹50, आवक 3000 बोरी, छावनी ₹3800/4250 तेज़ी ₹ 50, आवक 1200 बोरी। जालना ₹ 3850/39001 बार्शी ₹ 3500/4000, आवक 200 बोरी। लातूर ₹4000/4350 मंदी ₹ 50, आवक 50,000 बोरी। नागपुर ₹ 3250/4150 तेज़ी ₹ 150, आवक 1000 बोरी। अमरावती ₹ 3300/4000 तेज़ी ₹ 50, आवक 7000 बोरी। हिंगणघाट ₹ 3600/4185 तेज़ी ₹ 45, आवक 4500 बोरी। उदगीर ₹4060/4110 तेज़ी ₹ 40, आवक 7000 बोरी। नांदेड़ ₹ 3800/4100, आवक 500 बोरी। हिंगोली ₹ 3700/4200, आवक 3000 बोरी। इंदौर ₹ 4200/4250 तेज़ी ₹50। उज्जैन ₹4000/4300 तेज़ी ₹ 50, आवक 5500 बोरी। विदिशा ₹ 3400/4200, आवक 1200 बोरी। गदरवाड़ा ₹3500/4000, आवक 6000 बोरी। सागर ₹ 3600/4100, आवक 2000 बोरी। खुरई ₹3800/4200, आवक 1200 बोरी। बीना ₹ 3800/4200, आवक 3000 बोरी। अशोकनगर ₹3900/4200, आवक 300 बोरी। मंदसौर ₹3800/4200, आवक 2000 बोरी। गंजबसौदा ₹ 4100/4200, आवक 1500 बोरी और वेरावल मंडी में सोयाबीन का भाव र 3875/4100 रुपये प्रति क्विंटल का रहा और आवक 1000 बोरी की दर्ज की गई।
सोयाबीन की आवक पर क्या है रिपोर्ट
सोयाबीन की आवक लगातार घट रही है। राज्यवार आवक को देखें तो शुक्रवार को मध्य प्रदेश में आवक 1,20,000 बोरी, महाराष्ट्र में आवक 1,75,000 बोरी, राजस्थान में आवक 25,000 बोरी, अन्य राज्यों में आवक 30,000 बोरी, पूरे भारत की कुल कुल आवक 3,50,000 बोरी की रही। दोस्तो दिवाली के बाद से ही सोयाबीन की आवक में कमी देखने को मिल रही है।
सोयाबीन में आगे क्या है उम्मीद
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों सोयाबीन के भाव इस कदर पिट चुके हैं कि इसमें और पिटाई की गुंजाइश अब बचती नहीं है। यहां पर खरीद का मौका बनता दिख रहा है। दोस्तो हमे यह समझना चाहिए कि कोई भी फसल का भाव उसकी लागत से नीचे लंबे समय तक नहीं रह सकता। बाजार में कुछ एक दो अच्छी खबरें भी हैं जैसे की चर्चा है कि अगले साल सोयाबीन का वायदा कारोबार शुरू हो सकता है।
अगर ऐसा होता है तो यह एक सकारात्मक संदेश बाजार में लेकर जाएगा। इसके अलावा सरकार अपना स्टॉक बढ़ाने के लिए सरकारी खरीद को बढ़ावा दे सकती है और सरकारी रेट क्योंकि 4892 का है यह बाजार को सपोर्ट कर सकता है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि आने वाले समय में सरकारी नीतियां सोयाबीन के भाव को प्रभावित करने वाली हैं। जिस तरह से सोयाबीन की भाव चल रहे हैं इसमें किसानों की लागत तक नहीं निकल रही है।
अगर भाव नहीं बढ़ते तो अगले साल सोयाबीन का रकबा भी घट सकता है। दोस्तो ये कुछ ऐसी चीजें हैं जो कि आने वाले समय में सोयाबीन के भाव को सपोर्ट कर सकती है। सोयाबीन एक ऐसी तिलहन फसल है जिसे लंबे समय तक होल्ड किया जा सकता है। जिस तरह से बाजार में इस समय पिटाई हो रही है उसे देखते हुए इस समय सोयाबीन को निकालना सही नहीं लगता। आने वाले समय में जब मांग बढ़ेगी उस समय माल को निकालना चाहिए जो साथी सोयाबीन को होल्ड करने की पोजीशन में है वह इसे होल्ड कर सकते हैं। बेशक आपको लंबा इंतजार करना पड़ सकता है लेकिन फायदा मिलना निश्चित है। व्यापार अपने विवेक से करें।