Home Loan पर कैसे घटाएँ EMI का भोज, ये टिप्स करेगी अपनी मदद, जानें

Home Loan होम लोन एक लंबे वक्त तक चलने वाली काफी बड़ी जिम्मेदारी है। होम लोन चाहे आपको अपने सपनों का घर लेने में आपकी मदद कर सकता है, पर इसका रीपेमेंट ब्याज की राशि के रूप में काफी महंगा पड़ता है। एक घर खरीदार से, अपने मासिक होम लोन के भुगतान को देना आर्थिक रूप से थका देने वाला होता है, क्योंकि आपको अपनी EMI एक नियमित रूप से भरनी होती है।

इसके अतिरिक्त, लोन का ब्याज घटक आपके वित्तीय बोझ को भी बढ़ा सकता है। पर यदि आपके पास कोई ठोस योजना है, तो लोन रीपेमेंट में अधिक परेशानी नहीं होगी। इसके लिए आपको कुछ निम्न पहल करने पर मदद मिल सकती है।

बाजार में लगातार ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव होता रहता है। अगर आपने अपने होम लोन को कई साल पहले लिया है, तो संभव है कि वर्तमान में उपलब्ध ब्याज दरें पहले से कम हों। आप अपने बैंक या वित्तीय संस्थान से संपर्क करके मौजूदा ब्याज दर पर पुनर्विचार करने का अनुरोध कर सकते हैं। अगर आपका बैंक यह सुविधा नहीं देता है, तो आप लोन ट्रांसफर कर सकते हैं। लोन ट्रांसफर का मतलब होता है कि आप अपने मौजूदा लोन को किसी दूसरे बैंक में ट्रांसफर कर दें जहां कम ब्याज दर हो।

2. लोन अवधि बढ़ाएं

लोन की अवधि (टेन्योर) को बढ़ाने से आपकी मासिक EMI कम हो सकती है। उदाहरण के लिए, अगर आपके लोन की अवधि 15 साल है और आप इसे 20 साल तक बढ़ाते हैं, तो आपकी EMI कम हो जाएगी। हालांकि, ध्यान रखें कि लोन की अवधि बढ़ाने से कुल ब्याज राशि बढ़ जाएगी, लेकिन आपकी मासिक किस्त कम हो जाएगी जो आपके मासिक बजट को संतुलित करने में मदद कर सकती है।

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3. प्री-पेमेंट करें

जब भी आपके पास अतिरिक्त धनराशि हो, उसे लोन के प्री-पेमेंट के रूप में उपयोग करें। प्री-पेमेंट का मतलब है कि आप अपने लोन की मूल राशि का कुछ हिस्सा समय से पहले चुका दें। इससे आपकी लोन की राशि कम हो जाती है और इसलिए आपकी EMI भी कम हो जाती है। अधिकांश बैंक प्री-पेमेंट पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगाते, लेकिन इस बारे में पहले अपने बैंक से जानकारी ले लें।

4. टॉप-अप लोन लें

अगर आपको लगता है कि आपके पास दूसरे उच्च ब्याज दर वाले कर्ज हैं जैसे पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड का बिल, तो आप टॉप-अप लोन के विकल्प का लाभ उठा सकते हैं। टॉप-अप लोन एक प्रकार का अतिरिक्त लोन होता है जो आपके मौजूदा होम लोन पर दिया जाता है। इसकी ब्याज दर आमतौर पर पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड के ब्याज दरों से कम होती है। इसे लेने से आप अपने अन्य कर्जों का भुगतान कर सकते हैं और कुल मिलाकर आपकी EMI का बोझ कम हो सकता है।

5. EMI कैलकुलेटर का उपयोग करें

आजकल ऑनलाइन कई EMI कैलकुलेटर उपलब्ध हैं जिनका उपयोग करके आप अपने लोन की EMI को समझ सकते हैं और उसकी योजना बना सकते हैं। EMI कैलकुलेटर में आप लोन की राशि, ब्याज दर और अवधि डालकर अपनी मासिक EMI का पता लगा सकते हैं। इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि किस प्रकार के बदलाव से आपकी EMI पर क्या असर पड़ेगा।

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