खाद संकट के बीच दुकानदारों ने काटी मौज
खाद की किल्लत की गूंज लंबे समय से दिखाई दे रही है। किसानों के बीच खाद को लेकर हाहाकार माया हुआ है। ऐसे में एक बड़ी खबर मध्य प्रदेश के मैहर से निकलकर आ रही है। जिसमें आपको बता दे की खाद के दुकानदार अधिक कीमत पर खाद की बिक्री कर रहे थे किसानों को लूट रहे थे, लेकिन किसानों ने दुकानदारों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर दी। जिसके बाद उन पर कार्यवाही हुई तो चलिए जानते हैं पुलिस पहुंचने के बाद क्या हुआ।
शिकायत पर पहुंची पुलिस
मध्य प्रदेश के मैहर में दुकानदार किसानों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए उन्हें ज्यादा कीमतों पर खाद दे रहे थे। जिसके बाद हुई शिकायत पर कृषि विभाग और मैहर के जिला प्रशासन की टीम निरीक्षण के लिए पहुंची। जिसके बाद दुकानदारों ने पहले ही ताला लगाकर खाद की बोरियां बाहर छोड़कर भाग गए। लगभग 365 बोरियां सड़क पर लावारिस जैसे पड़ी थी। उन्होंने दुकान में ताला लगाया और छूमंतर हो गए। लेकिन उपसंचालक कृषि के नेतृत्व में जो टीम बनी थी उन्होंने खाद को जप्त कर लिया। चलिए आपको बताते हैं दुकान में और भी कौन सी कालाबाजारी चल रही थी, किन दुकानदारों पर यह कार्यवाही हुई है।
दुकान से अवैध खाद हुई जब्त
दुकानदार सिर्फ अधिक दाम में खाद की बिक्री नहीं कर रहे थे बल्कि दुकान में ऐसी भी खाद पाई गई है जिनकी बिक्री नहीं होती है। मतलब की उस कंपनी की खाद बिक्री के लिए अधिकृत नहीं हुई है। मगर वह लोग उसे खाद को बेंच रहे थे। साथ ही उन्होंने जो खाद जप्त किया उनके सैंपल भी लिए गए हैं। जिनकी जांच लैब में होगी। यह जांच प्रदेश वा प्रदेश के बाहर के लैब में भी की जाएगी। यहां पर डीडी कृषि मनोज कश्यप ने यह जाति की कार्यवाही की है और आरोपी के तौर पर पवन अग्रवाल जो की मेसर्स पवन ट्रेडर्स से हैं और नरोत्तम अग्रवाल जोकि में मेसर्स चंचल ट्रेडर्स के हैं। इन पर खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध हो गया है।
इस तरह आप देख सकते हैं अगर किसानों के साथ दुकानदार गलत करेंगे तो उन पर भी कार्यवाही होगी। लेकिन इसके लिए किसानों को आवाज उठानी पड़ेगी। अगर कोई दुकानदार उन्हें गलत दाम में या अवैध कंपनियों के खाद बेच रहे हैं तो आप उनके खिलाफ कृषि विभाग में या जिला प्रशासन की टीम से संपर्क करके शिकायत करें।