किसान रहे भारी बारिश से सावधान
बरसात का मौसम है देश भर में बारिश देखी जा रही है। कुछ राज्यों में तो भयंकर बारिश है। जिससे किसान परेशान हो गए हैं। वही मध्य प्रदेश की बात करें तो कई स्थानों में जल भराव की समस्या आ रही है। जिससे किसान की फसल बर्बाद हो रही है। आपको बता दे की पूर्वी और मध्य भारत में बारिश और बढ़ सकती है। आने वाले 2 दिनों तक कई राज्यों में की तेज बारिश की संभावना जताई जा रही है। जिसको देखते हुए फसल एडवाइजरी जारी की गई है। ताकि वह किसान जो बारिश के कारण मुसीबत में फंसे हुए हैं वह उसे उभर सके।
किसान भाइयों अभी फिलहाल बारिश का मौसम चल रहा है देश भर में बारिश देखी जा रही है । कुछ-कुछ राज्यों में तो बहुत ही ज्यादा भयंकर बारिश भी हुई है । जिसमें किसान भाई परेशान हो चुके हैं । वही मध्य प्रदेश की बात करें तो कई स्थानों में पानी भराव की समस्या आ रही है । जिसकी वजह से किसान भाई की फसल बर्बाद भी हो रही है । बता देते हैं कि पूर्वी और मध्य भारत में बारिश कल सिलसिला और भी बढ़ सकता है । आने वाले दो दिनों तक कई राज्यों में तेज बारिश होने की संभावना भी मौसम विभाग द्वारा जताई जा रही है । जिसको देखते हुए फसल एडवाइजरी जारी की गई है । जिसके कारण जो किसान भाई बारिश की वजह से मुसीबत में फंसे हुए हैं वह उभर सके ।
यहां से पड़े फसल की क्या है सलाह
- किसान भाइयों से यह आग्रह किया जा रहा है कि अगर ज्यादा बारिश होती है तो खेतों में पानी भर जाता है तो पानी का निकलने का ध्यान जरूर रखें यह सोचे कि हम पानी को कहां-कहां से निकाल सकते हैं पूर्ण ग्राम इसके अलावा बारिश के समय बिजली की संभावना हो तो खेतों में बिल्कुल भी ना जाए । बारिश के बंद होने के बाद खेतों में पानी निकालने का इंतजाम जरुर करें । नहीं तो खरीफ फसल की बगीचे सब्जियों में जल भराव से नुकसान हो सकता है ।
- इसके अलावा किसान साथियों को यह भी कहा जा रहा है कि सोयाबीन मक्का मूंग उड़द सब्जी और कपास के किस खराब मौसम में खेतों में बिल्कुल भी ना जाए । मौसम के साफ होने का इंतजार जरूर करें फिर उसके बाद खेतों में अपना काम करने जाए
- धान के किसानों के लिए यह कहा जा रहा है की फसल बढ़ रही हो और कर ले निकल रहे हो तो उसे समय कम से कम 2 से 3 और 3 से 5 सेंटीमीटर पानी खेतों में रखें ।
- जिन किसानों ने अरहर की खेती की है और वह एक महीने में 15 दिन भी हो चुके हैं तो फसल की निपिंग कर सकते हैं अगर अरहर पिल्ले होने की समस्या आ रही है तो 0.5% यूरिया के साथ 0.5% मल्टी माइक्रोनियंट छिड़क सकते हैं इससे उन्हें राहत भी मिल सकती है ।
- यहां पर फसल एडवाइजरी में यह भी सलाह दी गई है कि अगर अंकुरण कम आ रहा है, फसल बर्बाद हो चुकी हो तो किसान भाई अन्य फसलों की बुवाई कर सकते हैं। जिसमें उन्होंने दलहनी फसलों तिल, रामतिल, सेम और ग्वार के साथ लोबिया के बारे में जानकारी दी है।