Bajra Ki Kheti aur Bhav
भूमिका – Introduction
बाजरा (Pearl Millet) भारत की परंपरागत मोटा अनाज फसल है, जो पोषक तत्वों से भरपूर होती है। यह कम पानी में उगने वाली, सूखा सहनशील और कम लागत में अधिक लाभ देने वाली फसल मानी जाती है। भारत, विश्व में बाजरे का सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता देश है।
2025 में पोषण सुरक्षा, स्वास्थ्य जागरूकता और अंतरराष्ट्रीय मांग में वृद्धि के कारण बाजरे की खेती फिर से किसानों के लिए लाभकारी बन गई है।
बाजरे की प्रमुख किस्में – Major Varieties of Bajra
किस्म का नाम | विशेषताएं | उपयुक्त क्षेत्र | औसत उपज (क्विंटल/एकड़) |
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HHB 67 | जल्दी पकने वाली | राजस्थान, हरियाणा | 6–10 |
RHB 177 | सूखा सहनशील | गुजरात, राजस्थान | 7–11 |
ICTP 8203 | पोषण युक्त | महाराष्ट्र, एमपी | 5–8 |
GHB 744 | अच्छी ग्रेन क्वालिटी | गुजरात | 6–9 |
NBH 506 | हाईब्रिड किस्म | उत्तर भारत | 8–12 |
बाजरा की खेती कैसे करें – Bajra Ki Kheti Kaise Kare
बुवाई का समय
क्षेत्र | बुवाई समय |
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उत्तर भारत | जून – जुलाई |
दक्षिण भारत | जून – अगस्त |
रबी फसल (कुछ क्षेत्रों में) | अक्टूबर – नवंबर |
मिट्टी और जलवायु
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मिट्टी: बलुई, दोमट, हल्की काली मिट्टी
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pH स्तर: 6.0 – 7.5
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जलवायु: गर्म और शुष्क, 25–35 डिग्री तापमान
बीज दर
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हाइब्रिड किस्म: 2–3 किग्रा/एकड़
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देशी किस्म: 4–5 किग्रा/एकड़
खाद और उर्वरक
उर्वरक | मात्रा (प्रति एकड़) |
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गोबर खाद | 5–8 टन |
यूरिया | 40–50 किग्रा |
डीएपी | 20–25 किग्रा |
पोटाश | 10–15 किग्रा |
सिंचाई
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वर्षा आधारित फसल है, लेकिन सूखे में:
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पहली सिंचाई – बुवाई के 15–20 दिन बाद
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दूसरी सिंचाई – बालियाँ निकलते समय
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तीसरी सिंचाई – दाना भरने पर (यदि आवश्यक)
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लागत, उत्पादन और मुनाफा – Bajra Cost, Yield & Profit
विवरण | अनुमानित राशि (₹/एकड़) |
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बीज, खाद, दवा | ₹3,000 – ₹5,000 |
सिंचाई व मजदूरी | ₹2,000 – ₹4,000 |
कुल लागत | ₹5,000 – ₹9,000 |
औसत उपज | 6–12 क्विंटल |
संभावित बिक्री मूल्य | ₹12,000 – ₹24,000 |
शुद्ध मुनाफा | ₹7,000 – ₹15,000 |
भारत में बाजरा का मंडी भाव (May–June 2025)
मंडी | न्यूनतम भाव (₹/क्विंटल) | अधिकतम भाव (₹/क्विंटल) |
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जयपुर (राजस्थान) | ₹1800 | ₹2200 |
अहमदाबाद (गुजरात) | ₹1750 | ₹2100 |
बीकानेर (राजस्थान) | ₹1700 | ₹2150 |
परभणी (महाराष्ट्र) | ₹1600 | ₹2000 |
महू (मध्य प्रदेश) | ₹1650 | ₹2050 |
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) – ₹2500 / क्विंटल (2025)
बाजरा व्यापार और निर्यात – Bajra Trade & Export
किसानों के लिए सुझाव
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FPO/कृषक उत्पादक संगठनों से जुड़ें
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बाजरा ग्रेडिंग और क्लीनिंग के बाद ही मंडी में बेचें
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इंटरक्रॉपिंग (मिश्रित खेती) अपनाएं – बाजरा+चना, बाजरा+उड़द
व्यापारिक अवसर
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प्रोसेसिंग यूनिट से अनुबंध करें – आटा, खाखरा, बिस्किट उत्पाद
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ऑर्गेनिक बाजरा की खेती करें – अधिक दाम और निर्यात
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मोटा अनाज मिशन से लाभ उठाएं
प्रमुख निर्यात देश
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UAE, USA, सऊदी अरब, नेपाल, बांग्लादेश, केन्या
बाजरा भंडारण – Bajra Storage
मानक | विवरण |
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नमी | 10–11% |
तापमान | ठंडा और सूखा स्थान |
विधि | बोरों में, सुरक्षित स्थान पर |
कीट नियंत्रण | फ्यूमिगेशन जरूरी (फसल रखने से पहले) |
बाजरे से बनने वाले उत्पाद – Value-Added Products from Bajra
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बाजरे का आटा
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बाजरा बिस्किट
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बाजरा खाखरा
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बाजरा ब्रेड
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बाजरा दलिया
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इंस्टेंट बाजरा मिक्स
ये सभी उत्पाद डायबिटीज रोगियों, ग्लूटेन फ्री डाइट और स्वस्थ भोजन के लिए अत्यधिक मांग में हैं।
उपयोगी पोर्टल और मोबाइल ऐप्स – Useful Portals & Apps
ऐप / पोर्टल | उद्देश्य |
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Kisan Suvidha | मौसम, मंडी भाव, बीज सलाह |
eNAM | MSP व डिजिटल बिक्री |
Krishi Network | विशेषज्ञ सलाह व जुड़ाव |
PM Fasal Bima | बीमा सुविधा |
AgriApp | तकनीकी जानकारी और ई-कॉमर्स |
निष्कर्ष – Conclusion
बाजरा की खेती 2025 में पोषण, स्वास्थ्य और व्यापार की दृष्टि से किसानों के लिए सुनहरा अवसर बन चुकी है। यह कम लागत, अधिक मुनाफा और न्यूनतम सिंचाई में उगाई जा सकने वाली फसल है।
सरकारी योजनाओं, एफपीओ सहयोग और प्रोसेसिंग यूनिट से जुड़कर किसान बाजरा से न केवल अच्छी कमाई कर सकते हैं बल्कि पोषण क्रांति में भी योगदान दे सकते हैं।